श्रीलंका में तूफान दितवाह ने व्यापक नुकसान पहुँचाया है। भारत अपने पड़ोसी देश की मदद के लिए लगातार कदम उठा रहा है। देश ने प्रभावित लोगों को हेल्थकेयर सपोर्ट देने के लिए एक फील्ड हॉस्पिटल तैनात करने की योजना बनाई है। श्रीलंका में भारतीय दूतावास ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह फील्ड हॉस्पिटल तेजी से तैनात होने वाला है और इसमें 70 विशेषज्ञ होंगे। यह हॉस्पिटल आपदा प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करेगा।
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर (DMC) ने बताया कि तूफान की वजह से मृतकों की संख्या बढ़कर 474 हो गई है, जबकि 356 लोग लापता हैं। देशभर में लगभग 1.58 मिलियन लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें 448,817 परिवार शामिल हैं। इसके अलावा, 971 घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं और 40,000 से अधिक घरों को भारी नुकसान हुआ है। श्रीलंका के नेशनल बिल्डिंग रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन ने सात जिलों में 215 गंभीर भूस्खलन की जानकारी दी है। भूविज्ञानी लक्सिरी इंद्रतिसा के अनुसार, बार-बार चेतावनी देने के बावजूद कुछ लोगों ने अपने घर खाली नहीं किए, जिसके कारण ज्यादा मौतें हुईं।
सिन्हुआ के मुताबिक, श्रीलंका की कैबिनेट ने तूफान के नुकसान के बाद “रीबिल्डिंग श्रीलंका” नामक एक फंड बनाने की मंजूरी दी है। यह फंड राष्ट्रपति भवन सचिवालय के तहत कानूनी संस्था के रूप में काम करेगा। फंड की मैनेजमेंट कमेटी में वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त, श्रमिक मंत्री और वित्त एवं योजना विभाग के उपमंत्री अनिल जयंता फर्नांडो को कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। कमेटी को फंड के संचालन, रिकवरी जरूरतों का मूल्यांकन, प्राथमिकताओं का निर्धारण, संसाधन वितरण और स्वीकृत योजनाओं के लिए धन उपलब्ध कराने का अधिकार होगा। इसके साथ ही सभी वित्तीय प्रक्रियाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी।